माण्डुक्य उपनिषद का अर्थ
[ maanedukey upenised ]
माण्डुक्य उपनिषद उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- मुख्य उपनिषदों में से एक :"मांडूक्य उपनिषद् अथर्ववेद से संबंधित है और इसमें बारह मंत्र हैं"
पर्याय: मांडूक्य उपनिषद्, मांडूक्य उपनिषद, मांडूक्य, मांडूक्योपनिषद्, मांडूक्योपनिषद, माण्डूक्य उपनिषद्, माण्डूक्य उपनिषद, माण्डूक्य, माण्डूक्योपनिषद्, माण्डूक्योपनिषद, मांडुक्य उपनिषद्, मांडुक्य उपनिषद, मांडुक्य, मांडुक्योपनिषद्, मांडुक्योपनिषद, माण्डुक्य उपनिषद्, माण्डुक्य, माण्डुक्योपनिषद्, माण्डुक्योपनिषद
उदाहरण वाक्य
- इस प्रणवाक्षर ( प्रणव + अक्षर ) भी कहते है प्रणव का अर्थ होता है तेज गूंजने वाला अर्थात जिसने शुन्य में तेज गूंज कर ब्रह्माण्ड की रचना की | वैसे तो इसका महात्म्य वेदों , उपनिषदों , पुराणों तथा योग दर्शन में मिलता है परन्तु खासकर माण्डुक्य उपनिषद में इसी प्रणव शब्द का बारीकी से समझाया गया है | माण्डुक्य उपनिषद के अनुसार यह ओ ३ म् शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है- अ , उ , म.
- इस प्रणवाक्षर ( प्रणव + अक्षर ) भी कहते है प्रणव का अर्थ होता है तेज गूंजने वाला अर्थात जिसने शुन्य में तेज गूंज कर ब्रह्माण्ड की रचना की | वैसे तो इसका महात्म्य वेदों , उपनिषदों , पुराणों तथा योग दर्शन में मिलता है परन्तु खासकर माण्डुक्य उपनिषद में इसी प्रणव शब्द का बारीकी से समझाया गया है | माण्डुक्य उपनिषद के अनुसार यह ओ ३ म् शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है- अ , उ , म.